नेटवर्क24 – आज के दिन 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस है | आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों के सामने कई तरह की स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं आती रहती हैं | दूसरे शब्दों में उम्र बढ़ने के साथ-साथ शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं, या फिर यूं कहें कि शरीर कमजोर होता जाता है | इसके लिए नियमित व्यायाम नहीं करना, शरीर को जरूरी आराम नहीं देना, नियमित खानपान में असंतुलन… जैसे कई कारण हो सकते हैं |
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हालांकि अगर हम अपने दैनिक जीवन में कुछ चीजों का ख्याल रखें तो खुद को कई सारी बिमारियों से दूर रखा जा सकता है | इसके लिए जरूरी हो तो बस नियमित स्वास्थ्य जांच (हेल्थ चेकअप) की | आइए आज जानते हैं कि किस उम्र में कौन-कौन सी जांच नियमित तौर पर करानी चाहिए |
20 साल की उम्र – हर साल रक्तचाप (ब्लड प्रेशर), कद (हाइट) और वजन की जांच करानी चाहिए | साल में एक बार दांतों और आखों की जांच करानी चाहिए | हर दो साल में एचआईवी की स्क्रीनिंग भी करानी चाहिए | हर पांच साल में कोलेस्ट्रॉल की जांच भी करानी चाहिए |
30 साल की उम्र – ऊपर लिखे गए जांच के अतिरिक्त… मधुमेह (डाइबिटीज), थायरॉयइड से जुड़े रोग, एनिमिया और लिवर की तकलीफ के लिए खून की जांच करानी चाहिए | साल में एक बार दिल से संबंधित बीमारियों की भी जांच करानी चाहिए |
40 साल की उम्र – ऊपर लिखे गए जांच के अतिरिक्त… हर पांच साल में एक बार कार्डियोवरकुलर इवैल्यूएशन कराना चाहिए साल में एक बार प्रोस्टेट कैंसर की जांच भी करानी चाहिए |
लगभग हर लोगों में कमर दर्द बनी आम समस्या
इन दिनों ज्यादातर बैठे रहने की जीवनशैली, बैठने-उठने के गलत तरीके और व्यायाम न करने के कारण कमर दर्द एक आम समस्या बन गई है | यह समस्या अब न केवल उम्र से जुड़ी है बल्कि इससे लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी भी तकलीफदेह साबित हो रही है | इंडस हेल्थ प्लस की प्रीवेंटिव हेल्थकेयर स्पेशलिस्ट कंचन नायकवाड़ी का कहना है हालांकि, कमर का दर्द कष्टकारी और असहज करने वाला हो सकता है, लेकिन आमतौर पर यह गंभीर नहीं होता है | कमर का दर्द इस बात पर निर्भर करता है कि हमारी पीठ की हड्डियां, मांसपेशियां और लिगामेंट्स किस तरह काम करते हैं और किस तरह एक-दूसरे से जुड़े होते हैं |
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जानकारी के मुताबिक, वयस्कों में कमर दर्द हर दिन की गतिविधियों या बैठने-उठने के गलत तरीकों के परिणामस्वरूप हो सकता है जैसे, कंप्यूटर के इस्तेमाल करने के दौरान सही तरीके से नहीं बैठना, अजीबोगरीब तरीके से मुड़ना, किसी सामान को धक्का देना या खींचना या उठाना और लंबे समय तक खड़े रहना आदि | कहा जाता है कि शारीरिक व्यायाम, शरीर का सही पॉश्चर, स्वस्थ आहार, सोने का सही तरीका, मानसिक तनाव को कम करना, धू्म्रपान न करना और जीवनशैली में थोड़े-बहुत बदलाव लाकर कमर दर्द के खतरे को कम कर सकते हैं |