नेटवर्क24 अमरीश श्रीवास्तव – आज गुड़म्बा थाना पुरे देश में तीसरे नंबर का थाना साबित होकर पुरे देश में नाम कमा रहा है । गुड़म्बा थाना के वर्तमान कोतवाल को इसके लिए सम्मानित किया जा रहा है और देश भर मे सराहा जा रहा है । लेकिन यह ना इतना आसान था और ना ही एक दिन का काम था । थाने को देश मे पहचान बनाने के लिए वर्षो की मेहनत लगी है ।
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बताते चले की 80 मानकों पर खरा उतरने पर गुड़म्बा थाना देश मे तीसरे पायदान पर क़ाबिज़ है और गुड़म्बा थाना के वर्तमान कोतवाल को इसके लिए मध्यप्रदेश के टनकपुर स्थित बीएसएफ़ प्रशिक्षण केंद्र मे देश के गृह मंत्री राजनाथ सिंह के हाथों से सम्मानित किया जाना है । इसमे वर्तमान कोतवाल के अलावा पूर्व मे तैनात कई ऐसे गुमनाम पुलिसकर्मी है जिनके अथक प्रयास के वजह से आज गुड़म्बा थाना देश मे अपना परचम लहरा रहा है । आज हम कुछ ऐसे ही पुलिसकर्मियों के बारे मे बात करेंगे जिनका इस मुहिम मे अतुलनीय योगदान रहा ।
आइए देखते है 4 साल पहले कैसी थी थाने की सूरत ?
- थाने परिसर मे पीने के लिए स्वच्छ पानी नहीं था ।
- फरियादियों के बैठने की उचित व्यवस्था नहीं थी ।
- थाने के बगल मे आवारा जानवरों का बसेरा था जो हर वक़्त गंभीर व संक्रमित बीमारियों को दावत देते रहते थे ।
- थोड़ी सी बारिश मे थाना परिसर कीचड़ का आखाडा हो जाता था ।
- थाने मे अवासीय परिसर की बाउंडरी टूटी हुई थी जिससे क्षेत्र के अराजक तत्व थाने के अवासीय परिसर मे प्रवेश कर पुलिस परिवार लड़कियों व महिलाओं पर फब्तियाँ कसते थे ।
- टूटी हुई नलिया व चोक थे टॉइलेट ।
- कम्प्युटर रूम था बेहाल ।
- हवालात मे गंदगी का अंबार था ।
किसने बदली सूरत ? किसका रहा कितना योगदान ?
थाने की इस बदहाल अवस्था मे 3 जून 2014 को ऋषिकेश यादव नामक एक कोतवाल मे हाथ मे कमान दी गयी । ऋषिकेश यादव आलमबाग से गुड़म्बा पहुंचे थे । सूत्र बताते है की ऋषिकेश यादव जब थाने पहुंचे तो थाने मे उनका दम घुटता था वो इस थाने को छोडकर चले जाना चाहते थे परंतु अधिकारियों ने उनकी एक न सुनी और थाने मे बने रहने का फरमान जारी किया । इस पर ऋषिकेश यादव ने थाने की ही सूरत बदलने की ठान लिया । तकरीबन ढाई साल के अपने कार्यकाल मे ऋषिकेश यादव ने चमत्कारिक परिवर्तन ला दिया । आइए जानते है थाने की सूरत बदलने मे ऋषिकेश यादव की कितना योगदान रहा ।
- थाने के अंदर फरियादी और स्टाफ के लिए आरओ प्लांट और थाने के बाहर वॉटर कूलर का व्यवस्था कराएं ।
- भाजपा पार्षद कैलाश यादव से कह कर थाने परिसर मे इंटरलॉककिंग करवाएँ ।
- विधायक कोटे थे परिसर मे एक हैंड पंप लगवाएँ ।
- सीवर लाइन साफ करवाएँ ।
- पीडबल्यूडी से कह कर थाना अवासीय परिसर मे सड़क का निर्माण करवाएँ ।
- कॉलोनी की टूटी बाउंडरी को दुरुस्त करवाएँ ।
- कॉलोनी मे दो गेट लगवाएँ ।
- थाने के मुख्य गेट का नवीनीकरण व चौडीकरण का काम किए ।
- थाने परिसर मे सिपाहियों के लिए स्पेशल बैरक का निर्माण कराये जो पूरे यूपी मे अव्वल है । बैरक ( टाइल्स , रज़ाई गद्दे , बेडशीट , टॉयलेट , एलईडी टीवी , दो कूलर ) और सभी मूलभूत सुविधाओं से सुसज्जित है ।
- कम्प्युटर रूम मे एसी के साथ फर्श पर चमचमाती कालीन लगवाएँ ।
- जहां जानवर लोटते थे उस जगह को मंदिर परिसर के रूप मे परिवर्तित किए ।
- सैकड़ों गमले लगवाए और मुख्य गेट पर एक पेड़ लगवाया जो अब सिसकियाँ ले रहा है ।
- गढ़ी व बेहटा जैसी ग्रामीण चौकियों का जीर्णोद्धार कराएं ।
- छुईयापुरवा चौकी की नयी सूरत दिलाएँ ।
- टेढ़ी पुलिया से चार नंबर चौराहे तक सजने वाली वैध सब्जी मंडी व अवैध कब्जो से मुक्त कराएं ।
ऋषिकेश यादव के बाद कुछ अन्य बेहतरीन प्रभारी भी आए जो पूर्व इंस्पेक्टर के नक्शे कदम पर चलें । इसी क्रम मे राजधानी मे तैनात इंस्पेक्टर राजकुमार सिंह का भी नाम आया । राजकुमार सिंह गुड़म्बा थाने को 26 अक्तूबर को जॉइन किए । राजकुमार सिंह ऋषिकेश यादव के नक्शे कदम पर चलते हुये पूरे थाने परिसर की पुताई व मरम्मत मे जुट गए । थाने मे मच्छरों को शरण देने वाले 150 सीज़ गाड़ियों का नीलामी करा थाने को स्क्रब मुक्त कराये ।
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इसके बाद गुड़म्बा थाने को 25 मई 2017 को अखिलेश पांडे के रूप मे एक और बेहतरीन प्रभारी मिला । अखिलेश पांडे भी इनदोनों प्रभारियों के नक्शे कदम चलते हुये सूरत बदलने मे लग गए । कुछ ही समय मे यह कोतवाल साफ सफाई मे इन दोनों कोतवाल से आगे निकाल गया । अखिलेश पांडे एक अनोखी पहल करते हुये थाने परिसर की सफाई करने के लिए खुद फावड़ा व झाड़ू पकड़ लिए । अपने अधिकारी को ऐसा करते देख थाने के अन्य पुलिसकर्मी भी साफ साफ़यी मे जुट गए और अपने अपने हाथों मे झाड़ू पकड़ लिए ।
थाना प्रभरियों के अलावा किसका रहा अहम योगदान
सीनियर सब- इंस्पेक्टर
- रवि श्रीवास्तव
- आरआर यादव
- अखिलेश यादव
- एमए सिद्धिकी
- संजीव कान्त मिश्रा
सब- इंस्पेक्टर
- पंकज मिश्रा
- भूपेंद्र सिंह
- विजय सिंह
- विजय सिंह
- रतनलाल कनौजिया
- रामलाल सोनी (सेवानिवृत )
- अखिलेश मिश्रा
- दलवीर सिंह
- रवीद्र नाथ
- अब्दुल रहमान खान
नोट– भूपेंद्र सिंह अपने कार्यकाल मे निजी खर्चे से सीवर साफ कराते रहे । गमलों व फूल की ज़िम्मेदारी भी भूपेंद्र सिंह की ही थी । भूपेंद्र की वर्तमान तैनाती हुसैनगंज मे है ।
कांस्टेबल
- रंजीत सिंह
- जितेंद्र यादव
- कैलाश यादव
- प्रवीण शुक्ला
- जहीर अहमद
- मनीष सिंह
- राजेंद्र सिंह
- भगवती सिंह
नोट – जितेंद्र यादव व प्रवीण शुक्ला थाने की जीडी संभालते थे । रंजीत सिंह क्षेत्र मे रहते हुये क्राइम कंट्रोलिंग मे अहम योगदान निभाया । बताते चलें जहां शादी होने के बाद एक साल तक लोग किसी के अंतिम संस्कार मे नहीं जाते वही रंजीत सिंह शादी करने के तुरंत बाद थाने ड्यूटि जॉइन कर लिया था व क्षेत्र मे मिलने वाली क्षत -विक्षत , व सड़ी – गली लाशों को पैक कर पोस्टमार्ट्म के लिए भेजने मे सबसे आगे था ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया ने वर्ष 2016 जनवरी माह से दिसंबर 2016 तक सर्वे किया था । जिसके अनुसार गुड़म्बा थाना को देश मे तीसरा स्थान मिला है । जिसके लिए वर्तमान कोतवाल को सम्मानित किया जा रहा है । बताते चले वर्तमान कोतवाल रामसूरत सोनकर की तैनात कुछ माह पूर्व हुआ है । हमे उस सभी पुलिस कर्मियों को कदापि नहीं भूलना चाहिए जिनके अथक प्रयास से गुड़म्बा थाने सूरत बदली व देश मे पहचान मिली है । नेटवर्क 24 इन सभी कर्मठ पुलिस कर्मियों को सलाम करता है ।