नेटवर्क24 – कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते भाजपा को मौका दिए जाने के बाद गोवा व मणिपुर में कांग्रेस और बिहार में राजद ने भी सरकार बनाने के लिए दावा पेश करने का फैसला किया है। गोवा में भाजपा की सरकार है जबकि बिहार में उसकी जदयू के साथ गठबंधन सरकार है। कांग्रेस का कहना है देश में एक ही नियम-कानून लागू होता है। लिहाजा गोवा, मणिपुर, मेघालय और बिहार में भाजपा-एनडीए शासित मुख्यमंत्रियों को इस्तीफा देना चाहिए।
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बिहार में राजद और गोवा, मणिपुर और मेघालय में कांग्रेस राज्यपाल से मुलाकात कर अपना दावा पेश करने की रणनीति बना रही है। गोवा कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश चोडणकर ने कहा कि वे शुक्रवार की सुबह राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मुलाकात करेंगे और अपना दावा पेश करेंगे।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगर कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने का मौका दिया गया है तो बिहार में भी हमें अवसर दिया जाए, हम बहुमत साबित कर देंगे। उन्होंने कहा शुक्रवार को राज्यपाल सत्यपाल मलिक से दोपहर 1 बजे सभी विधायकों के साथ मुलाकात कर पार्टी का पक्ष रखेंगे।
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हम राष्ट्रपति से मांग करते हैं कि वो राज्यपाल को बिहार के जनादेश का चीरहरण कर चोर दरवाजे से बनी सरकार को बर्खास्त करने का निर्देश देकर सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने का निमंत्रण दें। कर्नाटक में भाजपा के बहुमत साबित करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ‘भाजपा कैसे बहुमत साबित करेगी? भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के पास इसके लिए सिर्फ एक ही रास्ता है। वह विरोधी दलों के विधायकों के घरों पर सीबीआई और ईडी के छापे लगवाएंगे। यह एक पूरी तरह से तानाशाही है। अगर आज हम इनके खिलाफ एकत्रित नहीं होते हैं तो कल किसी और राज्य में ऐसा ही होगा जैसा आज कर्नाटक में हो रहा है।’
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बता दें कि कर्नाटक चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नही मिला है 222 विधानसभा सीटों में से भाजपा को 104, कांग्रेस को 78 और जेडीएस को 38 वहीं अन्य को 1 सीटों पर जीत मिली है। राज्य के गवर्नर वाजुभाई वाला ने भाजपा को सरकार बनाने का न्योता दिया और गुरुवार को बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।