नेटवर्क24 लखनऊ – राजधानी लखनऊ के पॉश इलाके हजरतगंज में बीते शनिवार हुए बहुचर्चित वैभव तिवारी हत्याकांड के आरोपियों को लखनऊ पुलिस ने दबोच लिया। हत्यारोपित विक्रम सिंह और सूरज शुक्ला उस वक्त पुलिस की गिरफ्त में आ गए जब वे कोर्ट में सरेंडर करने की फिराक में कोर्ट पहुंचने वाले थे। हालांकि लखनऊ पुलिस को इस बात की भनक लग चुकी थी कि हत्यारोपित कोर्ट में सरेंडर करने की फिराक में है लिहाजा पुलिस ने पहले से ही कोर्ट के इर्द गिर्द जाल बिछा रखा था।
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आज जैसे ही आरोपी विक्रम सिंह कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचा ही था कि सिविल कोर्ट के पास से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उधर सूरज शुक्ला को भी पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली। एसएसपी दीपक कुमार ने दोनों आरोपितों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। विदित हो भारतीय जनता पार्टी से तीन बार विधायक रह चुके पूर्व विधायक प्रेम प्रकाश उर्फ जिप्पी तिवारी के पुत्र वैभव तिवारी को उसी के परिचितों ने बीते दिनों हज़रतगंज के कसमंडा अपार्टमेंट में पुलिस पिकेट से कुछ दूरी पर गोली मारकर मौत के नींद सुला दिया था जिसके बाद से ही राजधानी पुलिस हत्यारोपिटो की तलाश सरगर्मी से कर रही थी।
आपसी विवाद बना था हत्याकांड की वजह
वैभव डुमरियागंज के दमुआपुर, गांव का प्रधान था। शनिवार की रात करीब 9:00 बजे उसके परिचित सूरज शुक्ला ने फोन कर चौराहे पर बुलाया था। इस बीच किसी बात को लेकर दोनों में झगड़ा होने लगा तो सूरज के दोस्त हिस्ट्रीशीटर विक्रम ने पिस्टल निकालकर वैभव के सीने में गोली मार दी थी। मृतक वैभव की माँ संध्या डुमरियागंज से बीडीसी है। घटना के दिन वैभव का रिश्तेदार आदित्य उससे मिलने आया था। वैभव और आदित्य दोनों अपार्टमेंट के बाहर पार्क रोड पर टहल रहे थे। इसके बाद वैभव के परिचित सूरज शुक्ला ने उसे बात करने को बुलाया था और आदित्य अपार्टमेन्ट चला गया था। थोड़ी देर बाद आदित्य आया तो सूरज और वैभव में तनातनी चल रही थी और तनातनी के बीच ही विक्रम ने गोली निकालकर वैभव के सीने पर मार दिया था।