नेटवर्क24 लखनऊ– गोरखा ट्रेनिंग सेंटर मे फर्जी दस्तावेजों के जरिये नेपाली युवकों को सेना में भर्ती कराए जाने के मामले में एटीएस ने अब तक पाँच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर मामले की पड़ताल कर रही है । एटीएस ने सेना में भर्ती कराए गए 14 अन्य नेपाली युवकों को चिह्न्ति करने में सफलता हासिल की है। इनमें दो से अधिक के खिलाफ वारंट भी जारी कराया गया है। सभी चिह्न्ति नेपाली युवकों को गिरफ्तार किये जाने का प्रयास किया जा रहा है। ए
सेना मे नेपाली युवकों को किया जा रहा था भर्ती
एटीएस ने 39 गोरखा ट्रेनिंग सेंटर वाराणसी से गोरखा राइफल्स में फर्जी दस्तावेजों के बलबूते नेपाली युवकों की भर्ती कराए जाने के बड़े मामले का खुलासा किया था। तब मुख्य आरोपी सेना के बर्खास्त सिपाही चंद्र बहादुर खत्री व फर्जी दस्तावेज के जरिये सेना में भर्ती हुए नेपाली नागरिक दिलीप गिरि को गिरफ्तार किया था। दोनों को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर लंबी पूछताछ की गई थी, जिसके आधार पर एटीएस ने वाराणसी से गिरोह के तीन अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया था। नेपाली युवकों के निवास प्रमाण पत्र बनाए जाने के मामले में एटीएस कई तहसीलदार, लेखपाल, कानूनगो व स्थानीय पुलिस की भूमिका की भी जांच कर रही है। बताया गया कि जांच के दौरान एटीएस ने गिरोह द्वारा सेना में भर्ती कराए गए 14 अन्य नेपाली युवकों को चिह्न्ति किया है, जो अलग-अलग स्थानों पर पोस्ट बताए जा रहे हैं। आइजी एटीएस असीम अरुण के मुताबिक मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है। इसकी जांच कराई जा रही है। सेना में भर्ती कराए गए 14 अन्य नेपाली युवकों को चिह्न्ति किया गया है। उनकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। ध्यान रहे, इससे पूर्व एसटीएफ ने लखनऊ में ऐसे ही गिरोह का राजफाश किया था।