नेटवर्क24 – सीबीआई से अपील दोबारा खोला जाये एसके सिंह से जुड़ा मामला, एसके सिंह की भूमिका की जाँच फिर से करने की मांग | यूपी की सरकार दागी आईएएस सत्येंद्र कुमार सिंह पर मेहरबान है | यही कारण है कि इस भाजपा सरकार में इस घोटालेबाज अफसर के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई है आईएएस सत्येंद्र सिंह एनआरएचएम घोटाले के भी आरोपी हैं | वे अब भी एक बड़े पद पर तैनात हैं सत्येंद्र कुमार सिंह जब एनआरएचएम में जीएम हुआ करते थे |
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                  तो उन्होंने काफी खेल किए | तीन  सिंह कुशवाहा की नाक के बाल रहे एसके सिंह के संरक्षण में एनआरएचएम घोटाला बहुत फैला फुला जिसके चलते कुशवाहा आज भी जेल में है या फिर उन्हें कोर्ट के चक्कर लगाने पड़  रहे हैं और यही प्रदीप शुक्ल तत्कालीन प्रमुख सचिव का भी है लेकिन सरे घपले घोटाले में अहम् भूमिका निभाने वाले एसके सिंह वादा माफ़ गवाह बन गए | सवाल खड़े होते हैं की क्या वादा  माफ़ गवाह बन जाने भर से किसी के गुनाह माफ़ हो जाते हैं क्या। .दाग धूल जाते हैं  है क्या? आरोपी एसके सिंह मुल्ज़िम से वादा माफ़ गवाह कैसे बन गए ? ये कहानी कोई नहीं समझ पाया। क्या सीबीआई  सिंह की भूमिका के मामले खोल सकती है ?  एनआरएचएम में तैनाती के दौरान बेहद गंभीर किस्म के आरोप रहे हैं |
                
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                  इसी कारण उन्हें आरोपी बनाया गया | सीबीआई जांच के दौरान सत्येंद्र सरकारी गवाह बन गए | इसी कारण उनके खिलाफ चलने वाली सभी जांच ठंढे बस्ते में डाल दी गई | पर क्या सरकारी गवाह बनने से गुनाह माफ़ हो जाते हैं?  सीबीआई से अपील दोबारा खोला जाये एसके सिंह से जुड़ा मामला, एसके सिंह की भूमिका की जाँच फिर से करने की मांग आयकर विभाग के पास भी इस दागी अफसर की नामी बेनामी संपत्ति की पूरी डिटेल है लेकिन कोई अदृश्य ताकत इस अफसर पर हाथ डालने से बार बार  रोकती है |
                
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                  एक दफे सत्येन्द्र कुमार सिंह के छह शहरों में स्थित ठिकानों पर आईटी अफसरों ने छापा मारा था |तब लाखों रुपया कैश और अरबों की संपत्ति मिली थी | विभाग के पास सूचना थी कि सत्येंद्र के पास ठीकठाक काला धन है | आयकर अफसरों की 22 अलग-अलग टीमों ने लखनऊ, मेरठ, बागपत, मैनपुरी, ग्रेटर नोएडा, दिल्ली आदि में सत्येंद्र के सभी ठिकानों पर एक साथ छापे मारे थे | वैसे तो योगी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने की बात करती है लेकिन सत्येंद्र के मामले में साफ दिख रहा है कि भ्रष्टाचारी को बचाया जा रहा है | आईएएस सत्येंद्र सिंह पशुधन विभाग में विशेष सचिव के पद पर जमे हुए है | देखना है कि योगी सरकार में भी इस अफसर का बाल बांका होता है या पहले जैसा जलवा कायम रहेगा |
                
                
                